बुधवार, 13 नवंबर 2013

"राहु -ग्रह"= की विशेषता को परखकर देखें {झा -शास्त्री -मेरठ }?"

"राहु -ग्रह"= की विशेषता को परखकर देखें {झा -शास्त्री -मेरठ }?"www.facebook.com/pamditjha  
--दुष्ट ग्रह "राहु " शनि के समान ही प्रभावशाली अर्थात फल प्रदान करता है ! तीसरे ,छठे भाव में "राहु "महाबली होता है साथ ही जातक को भी बलशाली बनाता है ।  साथ ही सफल कूटनीतिग्य बनाता है और अपनी दशा में जातक को अपार धन,धान्य एवं वैभव भी प्रदान करता है 1
{2 }-दशम और एकादश भाव में भी रक्षा करता है तथा अन्य सभी भावों में यह मारक ही हो जाता है --और चौथे भाव स्थित राहु अपनी दशा में बालक विद्या चाहने के बाद भी नहीं पढ़ पाता है1
इससे बचने के लिए राहु के जाप ,दान,हवन उपयोगी हो सकते हैं ---रत्न गोमेद भी धारण कर सकते हैं
"राहु " का बीज मन्त्र सरल भाषा में -ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहुवे नमः संख्या -18000 ---
परामर्श हेतु --सहायता सूत्र -09897701636 +09358885616 {भारत }निःशुल्क ज्योतिष सेवा शाम 7 से 9 में मित्रता से एकबार कोई  भी प्राप्त कर सकते हैं फेसबुक पर -" 
शास्त्री मेरठ भारत । 

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